ज़िन्दगी में अनोखे रंग भरे हैं .......ईश्वर ने । रंग मौसम के ....रंग भावों के ...... रंग संवेदनाओं के । इन्हीं रंगों को देखने , समझने , और अभिव्यक्त करने की कोशिश है ये ब्लॉग.... ...... ज़िन्दगी - ऐ- ज़िन्दगी.... ।
शनिवार, 3 अप्रैल 2010
याद में रोशन
गुनाह कोई और कर गए होंगे। और इल्ज़ाम मेरे सर गए होंगे।
ओढ़ कर किरणों की जो चादर आए जगा कर बस्ती को सहर गए होंगे।
तमाम उम्र जिनके ख़्वाब नवाबी गुज़ार कर मुफ़लिसी गुज़र गए होंगे।
हर शाम है जिनकी याद में रोशन ख़्यालों में वो भी संवर गए होंगे।
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