ज़िन्दगी में अनोखे रंग भरे हैं .......ईश्वर ने । रंग मौसम के ....रंग भावों के ...... रंग संवेदनाओं के । इन्हीं रंगों को देखने , समझने , और अभिव्यक्त करने की कोशिश है ये ब्लॉग.... ...... ज़िन्दगी - ऐ- ज़िन्दगी.... ।
रविवार, 25 अप्रैल 2010
पंचलड़ी
किण नै केवाँ बोल बतावां। हिवड़ो म्हारो खोल बतावां ।
jordar hai panchladi. 16-16 matra dubara gino!
जवाब देंहटाएंek aad ki pol-patti to dirao.
जवाब देंहटाएंबढ़िया रचना
जवाब देंहटाएंchokhi hai panchladi.....badhaee..aur likho..
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