ज़िन्दगी में अनोखे रंग भरे हैं .......ईश्वर ने । रंग मौसम के ....रंग भावों के ...... रंग संवेदनाओं के । इन्हीं रंगों को देखने , समझने , और अभिव्यक्त करने की कोशिश है ये ब्लॉग.... ...... ज़िन्दगी - ऐ- ज़िन्दगी.... ।
बेशक चुप हो जानाहार जाना नहीं हैper bhism ki chuppi us waqt jayaj nahi thi ... kai baar khamoshi galat hoti hai
कंठ की विवशताएँशब्दहन्ता बनती हैंहवाओं में एक और भीष्मजबडाता चला जाता हैऔर चाहे, अनचाहे बहुत कुछ घटित होता जाता है
कंठ की विवशताएँशब्दहन्ता बनती हैंहवाओं में एक और भीष्मजबडाता चला जाता हैबहुत सटीक प्रस्तुति..लेकिन कई बार चुप हो जाना बहुत गंभीर परिणामों का जनक भी होजाता है..
हार जानाभी नहीं हैचुप होना सदा।
आभार रश्मि जी..सुमन जी..कैलाश जी..अविनाश जी.
चुप्पी कभी हार नहीं है.सुन्दर लिखा है चैन सिंह जी.
चुप हो जानाहार जाना नहीं है xxxxxxxxxxxxxxxxxxसच कहा है आपने .......चुप्पी को समझता कोई नहीं है ......शुक्रिया
बेशक चुप हो जाना
जवाब देंहटाएंहार जाना नहीं है
per bhism ki chuppi us waqt jayaj nahi thi ... kai baar khamoshi galat hoti hai
कंठ की विवशताएँ
जवाब देंहटाएंशब्दहन्ता बनती हैं
हवाओं में एक और भीष्म
जबडाता चला जाता है
और चाहे, अनचाहे बहुत कुछ घटित होता जाता है
कंठ की विवशताएँ
जवाब देंहटाएंशब्दहन्ता बनती हैं
हवाओं में एक और भीष्म
जबडाता चला जाता है
बहुत सटीक प्रस्तुति..लेकिन कई बार चुप हो जाना बहुत गंभीर परिणामों का जनक भी होजाता है..
हार जाना
जवाब देंहटाएंभी नहीं है
चुप होना सदा।
आभार रश्मि जी..सुमन जी..कैलाश जी..अविनाश जी.
जवाब देंहटाएंचुप्पी कभी हार नहीं है.
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिखा है चैन सिंह जी.
चुप हो जाना
जवाब देंहटाएंहार जाना नहीं है
xxxxxxxxxxxxxxxxxx
सच कहा है आपने .......चुप्पी को समझता कोई नहीं है ......शुक्रिया