ज़िन्दगी में अनोखे रंग भरे हैं .......ईश्वर ने । रंग मौसम के ....रंग भावों के ...... रंग संवेदनाओं के । इन्हीं रंगों को देखने , समझने , और अभिव्यक्त करने की कोशिश है ये ब्लॉग.... ...... ज़िन्दगी - ऐ- ज़िन्दगी.... ।
अरे वाह क्या ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति है..
सृजन का एक नया रूप बहुत सुंदर , बधाई
बहुत ही सच्चा और सुन्दर सन्देश देती रचना...
आप तक बहुत दिनों के बाद आ सका हूँ, क्षमा चाहूँगा,
द्वितीय पंक्ति को कृपया यह पढ़ें..'बचपन के किसी कोने तक पहुँचती है '
हिचकियों की गर्भनालबचपन के किसी कोने तक पहुँचती हैउम्र के तमाम पाखंडभरभरा उठते हैं....बहुत सुन्दर प्रस्तुति..
प्रिय बंधुवर चैन सिंह शेखावत जी बहुत ही गूढ़ अर्थ लिये है आपकी रचना गर्भनाल ! आतिशबाजियों मेंएक आकाशवाणी सीजीवन में धड़कनों कीधार सी उतर जाती है वाह ! क्या बात है ! हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं ! - राजेन्द्र स्वर्णकार
अरे वाह क्या ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति है..
जवाब देंहटाएंसृजन का एक नया रूप बहुत सुंदर , बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत ही सच्चा और सुन्दर सन्देश देती रचना...
जवाब देंहटाएंआप तक बहुत दिनों के बाद आ सका हूँ, क्षमा चाहूँगा,
जवाब देंहटाएंद्वितीय पंक्ति को कृपया यह पढ़ें..
जवाब देंहटाएं'बचपन के किसी कोने तक पहुँचती है '
हिचकियों की गर्भनाल
जवाब देंहटाएंबचपन के किसी कोने तक पहुँचती है
उम्र के तमाम पाखंड
भरभरा उठते हैं....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति..
प्रिय बंधुवर चैन सिंह शेखावत जी
जवाब देंहटाएंबहुत ही गूढ़ अर्थ लिये है आपकी रचना गर्भनाल !
आतिशबाजियों में
एक आकाशवाणी सी
जीवन में धड़कनों की
धार सी उतर जाती है
वाह ! क्या बात है !
हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार